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28) ग्लोबल विलेज की सेर ( दुबई डायरी )( यादों के झरोके से )




शीर्षक = ग्लोबल विलेज की सेर



दुबई डायरी में आपका स्वागत है, एक बार फिर आपके समक्ष हाजिर हूँ एक नये याद गार लम्हें के साथ  तो देर किस बात की ख़त्म होती इस प्रतियोगिता को आगे बढ़ाते हुए अपनी यादों को आपके साथ साँझा करने के लिए तैयार हूँ


तो बात है 2019 के आख़री साल की यानी की दिसंबर की, दिसंबर के महीने में यहाँ का मौसम बेहद सुहाना होता है , शीत लहर चलने लगती है और उसी के साथ साथ बारिश भी होती है  जिसके चलते ठण्ड होने लगती है 


इसी ठन्डे और सुहाने मौसम में यहाँ एक तरह का मेला लगता है  या नुमाइश भी कह सकते है सरल भाषा में, लेकिन ये नुमाइश या मेला हमारे यहाँ लगने वाले मेलो से थोड़ा अलग होता, आगे बताऊंगा  अपने संस्मरण में


शुक्रवार का दिन था हम सब छुट्टी में थे , मौसम भी बेहद सुहाना था दोपहर का खाना खाने के बाद थोड़ी बोरियत सी महसूस हो रही थी  मौसम प्यारा था इसलिए कही जाने का मन कर रहा था घूमने, समय भी ज्यादा nhi था की कही दूर जाने का प्लान बनाया जाए, इसलिए हम सब ने ग्लोबल विलेज जाने का प्लान बना लिया


जो की ज्यादा दूर नही था और आराम से घूम घाम कर लोटा भी जा सकता था , इसलिए हम सब जल्दी से तैयार हो गए  और निकल पड़े ग्लोबल विलेज की और


शाम होने लगी थी और ग्लोबल विलेज शाम चार बजे से लेकर रात 1या 2 बजे तक खुला रहता है, और छुट्टी के दिनों में एक दो घंटे ज्यादा खुलता है
इसलिये समय की कोई पाबन्दी भी नही थी , सब आराम आराम से जा रहे थे, गाड़ी भी सही स्पीड से चल रही थी , सब उस मौसम का आंनद लेकर ग्लोबल विलेज की और जा रहे थे


थोड़ी देर बाद हम सब भाई और दोस्त लोग वहाँ पहुंच गए , उसका टिकट था जो की हमने खरीदा और उसके अंदर दाखिल हो गए 


उसमे घुसते ही हमने देखा की जैसा उसका नाम था ग्लोबल विलेज वैसा ही वो बना हुआ था , बहुत बडी जगह में उसे बनाया गया था  और वहाँ अलग अलग देश बने हुए थे  जैसे की ईरान, इराक, यमन, मिस्र, हिंदुस्तान, पाकिस्तान और भी अन्य देश


और उन देशो के अंदर वहाँ की संस्कृति और वहाँ के पहनावा रेहन सहन और उसी के साथ वहाँ बनने वाले खाने भी मिल रहे थे  और कही कही तो उन देशो के लोकप्रिय नृत्य भी हो रहे थे 


जैसे की यमन देश में वहाँ का नृत्य हमने देखा और हिंदुस्तान के अंदर पंजाब का एक गांव बना हुआ था  और भाँगड़ा चल रहा था और उसी के साथ वहाँ भारतीय संस्कृति को भी दिखाया जा रहा था और बहुत सारे भारतीय खाने भी वहाँ बेचे जा रहे थे  ताकि अन्य विदेशी भी हिंदुस्तान के खानो का लुत्फ़ उठा सके 



उसी के साथ एक बड़े से मंच पर डांस हो रहा था जहाँ अक्सर बड़े बड़े सिंगर भारतीय तो कभी अन्य देशो के सिंगर परफॉर्म करते है, हम जब गए थे तब वहाँ कोई मशहूर सिंगर नही था  बल्कि सिर्फ गाने बज रहे थे 


उसी के साथ वहाँ झूले लगे हुए थे  और एक तरह का खतरनाक स्टंट भी हमने देखा  जो की सच में बेहद ख़तरनाक था, उसी के साथ हम अपने पडोसी देश पाकिस्तान में भी होकर आये और वहाँ के कल्चर को भी देखने का मौका मिला और काफ़ी तस्वीरे भी खेची


सब जगह घूम कर, सुहाने  मौसम का आंनद उठा कर  खा पीकर हम वापस अपने रूम पर आ गए  और सौ गए


ऐसी ही किसी अन्य याद गार लम्हें को आपके साथ साँझा करने जल्द आऊंगा जब तक के लिए अलविदा


यादों के झरोखे से 

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2 Comments

Gunjan Kamal

17-Dec-2022 09:00 PM

शानदार

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Sachin dev

15-Dec-2022 06:14 PM

Shandar

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